मध्यप्रदेश और पंजाब सहित देश के 7 राज्यों के किसान केन्द्र सरकार के खिलाफ आज से दस दिवसीय हड़ताल पर हैं. यह हड़ताल पहले ही दिन काफी व्यापक रहा. आपको बता दें कि यह हड़ताल सरकार द्वारा किए गए समर्थन मूल्य के भुगतान के वादों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने को लेकर किया गया है. आंदोलन की शुरूआत करने के पहले किसानों ने भगवान का दूध से अभिषेक भी किया.
मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों ने दूसरे राज्यों को फल और सब्जियां भेजने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. वहीं पंजाब के फरीदकोट में किसानों ने विरोध जताने के लिए अपनी सब्जियां, फल और दूध को सड़क पर फेंक दिया है और इनकी आपूर्ति शहरों में करने पर रोक लगा दी है. पंजाब के किसानों ने मांग की है कि उनके ऋण को माफ किया जाए और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए. पुणे के खेडशिवापुर टोल प्लाजा पर किसानों ने 40 हजार लीटर दूध बहा दिया है.
किसानों के देशव्यापी आंदोलन के तहत कई संगठनों ने एक से दस जून तक सामान न बेचने का ऐलान किया है. इसके चलते लोगों को मुश्किल हो सकती है. आपको बता दें कि इस देशव्यापी हड़ताल में सभी संगठन आंदोलन में शामिल नहीं हैं.