प्रदेश के एकमात्र दृष्टहीन खिलाड़ी जिसने जीते कई मेडल-
रवि भूतड़ा
बालोद। “ख़्वाब टूटे हैं मगर हौसले जिंदा हैं, हम वो हैं जहां मुश्किलें शर्मिंदा हैं“ ये पंक्तियां जिले के दृष्टहीन हरिराम कोर्राम व पार्वती साहू पर सटीक बैठती है। आज इनका जज्बा और हौसला उन सभी लोगों के लिए मिसाल बन गया है जो दिव्यांग हैं एवं खुद को असहाय समझते हैं। ग्राम कोहंगाटोला निवासी हरिराम कोर्राम (50) जो जन्म से ही दृष्टहीन हैं। 8 सालों से देश के कई बड़े शहरों में जुडो खेलते आ रहे हैं। कई मेडल भी जीते हैं, जिसके चलते हरिराम कोर्राम को 13 सितंबर को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों से शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार से नवाजा जाएगा, साथ ही 25 हजार रुपये नगद राशि, ब्लेज़र व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इतना ही नही ग्राम खैरवाही की दृष्टहीन बेटी पार्वती साहू को भी जुडो खेल खेलने सीएम के हाथों 7 हजार की नगद राशि तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि छग ब्लाइंड पारा जुडो एशोसिएशन बिलासपुर द्वारा विगत 7 वर्षों से प्रदेश के 7 जिलों के 250 दृष्टहीन व मूकबधिर लोगों को दिव्यांग खेल में प्रोत्साहित कर नेशनल लेबल पर खिलवा रहे हैं। दिव्यांग खेल के अंतर्गत तलवारबाजी, स्वीमिंग, एथेलेटिक व जुडो खेल सिखाए व नेशनल लेबल पर खिलवाये भी जाते हैं।
बता दें कि जो दृष्टहीन व मूकबधिर खिलाड़ी निरंतर 5 वर्ष तक राष्ट्रीय स्तर में खेलता है उसे ही शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार से सम्मनित किया जाता है। दृष्टहीन हरिराम कोर्राम प्रदेश में एकमात्र ऐसे दिव्यांग खिलाड़ी हैं जो 5 वर्षों से राष्ट्रीय स्तर में जुडो खेलते आ रहे हैं।
कई शहरों से मेडल जीतने वाले प्रदेश के एकमात्र दिव्यांग खिलाड़ी
दिव्यांग खिलाड़ी हरिराम कोर्राम 2011 से जुडो खेलते आ रहे हैं। जुडो के अलावा हरिराम बहुत अच्छे तैराक भी हैं। हरिराम ने अब तक 1 गोल्ड, 2 सिल्वर एवं 3 ब्राउन मेडल जुडो में जीते हैं। छग ब्लाइंड जुडो एसोसिएशन के कोच शेख समीर ने सीजीआज डॉट कॉम को फोन पर बताया कि दिव्यांग खिलाड़ी हरिराम कोर्राम की वजह से ही छग ब्लाइंड पारा जुडो एसोसिएशन को पहचान मिली हैं।
राजीव पांडे पुरस्कार के लिए हरिराम का नाम का प्रस्ताव भेजा गया था पर कुछ कारणों की वजह से उनका नाम का चयन नही हो पाया। शेख समीर ने आगे बताया कि दिव्यांग खिलाड़ी हरिराम कोर्राम लखनऊ, दिल्ली, गोवा, बैंगलोर जैसी बड़े-बड़े शहरों में नेशनल प्रतियोगिताओं में खेल चुके हैं। लखनऊ में जुडो खेल में पहली बार हरिराम को स्वर्ण पदक मिला था। प्रदेश के 9 जिलों से 250 दिव्यांग लोग सभी वर्ग के छग ब्लाइंड पारा जुडो एसोसिएशन से जुड़े हैं। जो जुडो, तलवारबाजी, स्वीमिंग व एथेलेटिक खेलों में अपना हुनर आजमा रहा है।
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CGaaj.com के जिला कार्यालय पहुचे हरिराम-
हरिराम कोर्राम सोमवार को सीजीआज डॉट कॉम के जिला कार्यालय पहुंचे और अपनी उपलब्धियों के बारे में बताया। हरिराम ने सीजीआज डॉट कॉम को बताया कि शासन-प्रशासन से किसी भी प्रकार की मदद नही मिलती हैं। 2011 से वे जुडो खेलते आ रहे हैं। जुडो के अलावा स्वीमिंग का भी शौक है।