नई दिल्ली. एक बार फिर भारतीय को रंगभेद नस्लीय टिप्पणी का शिकार होना पड़ा. मामला यूरोप की एक प्रतिष्ठित एयरलाइन का है, जहां बच्चा रोने पर क्रू मेम्बर ने उन्हें बच्चा बाहर फेंकने की धमकी तक दे डाली. मामला यही शांत नहीं हुआ उस बच्चे को चुप कराने में मदद करने वाले भारतीय परिवार को भी सजा दी गयी.
मिली जानकारी के अनुसार यह बदसलूकी 1984 बैच के भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस के अधिकारी जो फिलहाल रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय में कार्यरत हैं, उनके साथ यह बदसलूकी की गयी है. उन्होंने उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को लिखे खत में इस बात का खुलासा किया है. बकौल अधिकारी- वह अपनी पत्नी और 3 साल के बेटे के साथ लंदन-बर्लिन फ्लाइट (बीए 8495) में सफर कर रहे थे. उन्होंने अपने बेटे के लिए भी अलग से सीट बुक कराई थी.
फ्लाइट में सुरक्षा की घोषणा होने के बाद अधिकारी की पत्नी अपने बेटे को सीट बेल्ट बांध रही थी कि वह इससे घबरा गया और चिल्लाकर रोने लगा. इतने में ही एक क्रू मेम्बर सीट के पास आया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा. उसने गाली-गलौज करते हुए कहा- तू चुप हो जा, वरना खिड़की से बाहर फेंक दूंगा.
उसने रन-वे पर मौजूद स्टाफ को फ्लाइट वापस ले जाने का संदेश दिया. इसी बीच एक भारतीय परिवार मदद करने के लिए आगे बढ़ा और बच्चे को बिस्किट देकर चुप कराने की कोशिश तो उन्हें भी एयरपोर्ट पर उतार दिया गया.
इस मामले को लेकर ब्रिटिश एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा, इस तरह के आरोपों को हम गंभीरता से लेते हैं. ऐसा व्यवहार किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता. यात्रियों के साथ भेदभाव हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. हम पीडि़त से लगातार संपर्क में हैं। घटना की जांच शुरू कर दी गई है.