छपरा। देश में नाबालिगों के साथ हो रहे यौन शोषण के खिलाफ कड़े कानून आने के बाद दुष्कर्म जैसे अपराधों पर लगाम लगता नहीं दिख रहा है। बिहार के सारण से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा के साथ 7 महीने से स्कूल के प्रिंसिपल सहित दो शिक्षक और 15 छात्र रोज गैंगरेप करते थे।
10वीं पढ़ रही इस 13 साल की छात्रा ने आरोप लगाया कि दिसंबर महीने से ही उसके साथ यह हैवानियत की जा रही थी, लेकिन पुलिस के पास वह शुक्रवार को जा पाई क्योंकि उसके पिता कुछ महीनों से जेल में थे।
Bihar: A class 9th student of a private school in Saran district has alleged that she was raped by 18 people including the school Principal, teachers and fellow students for the last seven months.Police have arrested the Principal, two students and a teacher so far. pic.twitter.com/tfqlmZiiaD
— ANI (@ANI) July 7, 2018
पीड़िता ने बताया कि दिसंबर में स्कूल के कुछ छात्रों ने स्कूल के शौचालय में उसका सामूहिक बलात्कार किया और वीडियो बना लिया। पीड़िता के अनुसार उसे यह भी पता नहीं कि शौचालय में उसके साथ कितने लड़कों ने रेप किया। इस घटना के बाद से लड़के वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करते हुए स्कूल में ही उसके साथ गैंगरेप करते रहे।
पीड़िता ने बताया कि जब उसने इसकी शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल से की तो उन्होंने लड़को को डांटने की बजाय खुद दो शिक्षकों के साथ मिलकर इस कुकृत्य में शामिल हो गए।
नाबालिग छात्रा ने स्थानीय एकमा थाने में शिकायत देकर स्कूल के प्रिंसिपल, दो शिक्षकों तथा पंद्रह छात्रों के ऊपर ब्लैकमेल करके सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया है। पीड़िता ने एकमा थाना में दिए शिकायत में कहा है कि दिसंबर 2017 में पहली बार एक छात्र ने क्लास में ही उसका रेप किया था। इसके बाद वह ब्लैकमेल करने लगा कि अगर वह दोबारा ऐसा नहीं करने देगी तो वह यह बात पूरे स्कूल में फैला देगा। बदनामी के डर से छात्रा अपनी रेप की बात किसी से नहीं कही। इससे आरोपी छात्र का मनोबल बढ़ गया और वह अपने साथी छात्रों से भी छात्रा का रेप करवाने लगा। पुलिस ने इनमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें प्रिंसिपल, 2 छात्र और 1 शिक्षक शामिल हैं। उक्त जानकारी सारण एसपी ने दी है।
छात्रा ने बताया कि यह सिलसिला पिछले छह महीने से चलता आ रहा था। 13 वर्षीय छात्रा ने अपने पिता के साथ शुक्रवार को एकमा थाने में पहुंचकर थानेदार अनुज कुमार सिंह को जब अपनी आप बीती सुनाई तो थानाप्रभारी के होश उड़ गए। आनन-फानन में उसकी सूचना महिला थाने को देकर छात्रा का बयान दर्ज किया गया। महिला थाना प्रभारी ने छात्रा को अपने साथ ले जाकर छपरा सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करवाया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन ने मेडिकल बोर्ड का गठन कर नाबालिग की जांच करवाई। वहीं सारण के एसडीपीओ अजय कुमार सिंह ने अपने दल बल के साथ एकमा थाना के परसा गढ़ के दिपेश्वर बिद्या निकेतन पहुंचकर स्कूल के प्रिंसिपल दो शिक्षकों तथा दो छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं। मामले के अन्य 14 आरोपी फरार हैं जिसको लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है।