मोहसिन खान
रायगढ़. चक्रधर बाल सदन में देर रात चार नाबालिग किशोरियों ने अपने ही केयर टेकर को कमरे में बांध कर पिटाई करने के बाद फरार होने की कोशिश की। हल्ला होने के बाद केयर टेकर की अन्य साथियों ने मौके से ही दो किशोरी को अनाथलय के छत से ही पकड़ लिया और अन्य दो किशोरी को शहर के अलग-अलग इलाकों से भागते हुए पकड़ लिया। मामले की जानकारी पुलिस को आज सुबह मिली तो नगर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी सिटी कोतवाली टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। यहां सभी के बयान दर्ज करवाते हुए बाल सदन की देखरेख समिति को जमकर फटकार लगाते हुए लापरवाही पर सवाल उठाए।
आपको बता दें कि चक्रधर बाल सदन बीते कई सालों से महिला एवं बाल विकास कार्यालय की देखरेख में संचालित है। इसमें करीब सौ से अधिक लड़कियां रहती है और अक्सर आपसी मतभेद तथा बाल सदन में होने वाली लड़ाई के चलते कई लड़कियां पहले भी यहां से भाग चुकी हंै और देर रात भागने वाली लड़कियों में दो नाबालिग ऐसी हंै जो तीन-तीन बार अनाथलय से पहले भी भाग चुकी थी और बाद में पकड़ी गई थी।
इस बार भी अपनी केयर टेकर जमुना खडिय़ा को मारपीट करते हुए उसे कमरे में बांधकर फिल्मी स्टाईल में फरार होने की कोशिश की। इनमें से एक किशोरी मध्यप्रदेश के मंसौर जिले से भाग कर रायगढ़ पहुंची थी। केयर टेकर ने बताया कि उसका कहना था कि मारपीट करने वाली लड़कियां पहले भी भाग चुकी है और उसके साथ यह हरकत क्यों की उसे पता नहीं है। वह बताती है कि चारो लड़कियां नाबालिग है और पहले भी कई बार भागने के बाद पकड़ी जा चुकी हैं।
किशोरियों ने मारपीट भी किया गया
केयर टेयर जमुना खडिय़ा ने बताया कि अचानक चारो किशोरी कमरे में घुसी और मारते पीटते हुए उसके हाथ पैर बांध दिए और इसके कमरे को बाहर से बंद कर दिया। वह बताती है कि जैसे-तैस उसने अपना मुंह पर बंधा हुआ कपड़ा हटाया और चिल्लाने पर अपनी सहयोगियों को बुलाते हुए भागती हुई किशोरियों को पकडऩ़ेे के लिए कहा। जिसके चलते मौके से ही छत पर दो किशोरी पकड़ी गई और उसके बाद उनकी ही टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों से दो अन्य किशोरियों को पकड़ा।
लापरवाही का मांगा जाएगा जवाब
नगर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि यह काफी गंभीर मामला है और पूरे स्टाफ से बयान लेकर यह पता लगाया जा रहा है कि लड़कियां आखिरकार अपनी केयर टेकर को मारपीट करते हुए बांधकर फरार क्यों होना चाहती थी? उनका कहना है कि पहले भी यहां इस प्रकार की घटना हो चुकी है। इसलिए महिला बाल विकास द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को नोटिस देकर लापरवाही का जवाब मांगा जाएगा। साथ ही साथ इस बात का पता लगाया जाएगा कि इनको भगाने के पीछे जिस व्यक्ति ने प्लान बनाया था उसको भी पकड़कर मामला सामने लाया जाएगा।