इटखोरी। चतरा के इटखोरी स्थित कोनी पंचायत के राजा केंदुआ गांव में दुष्कर्म के बाद आठवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही युवक घन्नू भुइयां ने दुष्कर्म किया.
इसके बाद भी जब उसका मन नहीं भरा तो घर में घुसकर केरोसिन छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया. घटना शुक्रवार की है. नाबालिग की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को थाने ले आयी.
वहीं परिजनों ने कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
शादी में शामिल होने बगल के गांव गयी थी
नाबालिग के पिता ने बताया कि उनकी बेटी गुरुवार को चचेरी बहन की शादी में शामिल होने बनथु गांव गयी थी. रात करीब आठ बजे घन्नू भुइयां अपने चार साथियों के साथ वहां पहुंचा और उसे उठाकर ले गया.
सूचना मिलने के बाद हम लोग उसे खोजने निकले. इस बीच रात करीब 11 बजे वह रोती हुई घर की ओर आती दिखी. उसने दुष्कर्म की बात बतायी.
इसके बाद शुक्रवार सुबह घटना की सूचना मुखिया तिलेश्वरी देवी व पंचायत समिति सदस्य रंजय भारती को दी गयी.
पीड़िता के परिजनों को पीटा, खिड़की तोड़कर घर में घुसे
घटना को लेकर शुक्रवार को पंचायत बुलायी गयी. पंचायत में समझौता के तौर पर दुष्कर्म करने वाले युवक घन्नू भुइयां पर 50 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया गया.
इस बीच घन्नू भुइयां और उसके साथ मौजूद दर्जनों लोग आक्रोशित हो गये. मृतका के पिता ने बताया कि आर्थिक दंड लगाये जाने के बाद घन्नू भुइयां और उसके लोगों ने उन लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी.
इसके बाद सभी खिड़की तोड़कर घर में घुसे और उनकी नाबालिग बेटी को जिंदा जला दिया. बेटी को बचाने गयी उसकी मां चिंता देवी के साथ उन लोगों ने मारपीट की, जिससे उसका हाथ टूट गया.
परिजन का आरोप : मारपीट के दौरान मूकदर्शक बनी रहीं मुखिया
नाबालिग के चचेरे भाई ने बताया कि शादी समारोह में दो बाइक से चार युवक आये थे. इनमें घन्नू भुइयां भी था. उन लोगों ने उसकी बहन को जबरन बाइक पर बैठाया और जंगल की ओर ले गये थे.
पुलिस ने दोनों बाइक को भी जब्त कर लिया है. नाबालिग के चाचा ने आरोप लगाया कि घन्नू भुइयां और उनके लोग उनके साथ मारपीट कर रहे थे, तो मुखिया मूकदर्शक बनी रहीं. घटना की सूचना के बाद डीएसपी पीतांबर सिंह खैरवार शाम को गांव पहुंचे.
उनके साथ इंस्पेक्टर मार्कंडेय बानरा, थाना प्रभारी अशोक चौबे भी थे. प्रभारी थाना प्रभारी अशोक चौबे ने बताया कि पुलिस मामले का अनुसंधान कर रही है. कोई भी दोषी नहीं बचेगा, कानूनी कार्रवाई होगी.
एसपी अखिलेश वारियर खुद कैंप कर रहे हैं. पुलिस मुख्यालय से आइजी शंभु ठाकुर को इटखोरी भेजा गया. वहां पर सीआइडी और फॉरेंसिक की टीम भी पहुंच गयी है. आरोपियों की पहचान कर ली गयी है. सभी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.
रके मल्लिक, एडीजी (अभियान) सह पुलिस प्रवक्ता, झारखंड
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