रायपुर। आज मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोरा तिहार शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल ने महादेव शिव की पूजा-अर्चना से पर्व की शुरुआत की। आयोजन में शामिल होने महिला जनप्रतिनिधि और प्रदेश भर से अनेक महिलाएं पहुंची हुई हैं। दिल्ली से कांग्रेस की नेत्रियां अलका लांबा और रागिनी नायक भी तीज मनाने मुख्यमंत्री निवास पहुंची हुई हैं।
पोला व तीज पर्व के लिए मुख्यमंत्री निवास में विशेष तैयारियां की गई हैं। मुख्यमंत्री निवास में पहले पोला की परंपरा निभाई गई। इस मौके पर नंदी बैल की पूजा की गई। इसी के साथ ही यहां पर तीजा महोत्सव भी शुरू हो गया। तीजा महोत्सव के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों से तीजहारिनों को खास निमंत्रण भेजकर बुलाया गया है। यहां करूभात की भी व्यवस्था है।
तीजा-पोरा तिहार के मंडप में महिलाओं के बीच फुगड़ी जैसी प्रतियोगिताएं भी हुईं। इसमें महिलाओं के कई समूहों ने हिस्सा लिया। चम्मच दौड़, जलेबी दौड़, बोरा दौड़ की प्रतियोगिताओं ने प्रतिभागियों के साथ दर्शकों को भी खूब हंसाया।
साज सज्जा में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक
तीजा-पोरा तिहार के लिए पूरे मुख्यमंत्री निवास की पारम्परिक रूप में भव्य सजावट की गई है। मुख्य मंडप में प्रवेश के तीन द्वार बनाए गए हैं। मुख्य द्वार को पोरा पर्व के प्रतीक पारंपरिक नांदिया बैला से सजाया गया है। मुख्य द्वार के सामने पारम्परिक झूले- रईचुल, बैलगाड़ी, बस्तर जनजातीय आर्ट और छत्तीसगढ़ी जन-जीवन से जुड़े चित्रों का प्रदर्शन किया गया है। मध्य द्वार को पोरा पर्व से जुड़े पारम्परिक बर्तनों से बनाया गया है। मध्य और तीसरे द्वार के बीच की गैलरी को रंग-बिरंगे मटकों और रंगीन टोकनी के द्वारा आकर्षक कलेवर दिया गया है। तीसरे द्वार की सजावट पर सरगुजा अंचल की संस्कृति की छाप है।