रायपुर। छत्तीसगढ़ में राहत की खबर मिली है। दरअसल, कोरोना काल के दो साल में पहली बार प्रदेश में कोई मरीज नहीं मिला। संक्रमण दर भी शून्य पहुंच गई है। हालांकि अभी सावधानी जरूरी है, क्योंकि कोरोना कम हुआ खत्म नहीं। पिछले 24 घंटे में 1665 लोगों ने जांच कराई, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। बता दें कि पहली लहर की शुरुआत यानी 13 मई 2020 को शून्य केस मिले थे, उसके बाद अब ऐसा हुआ है। हेल्थ अफसरों का मानना है कि टेस्ट कम थे, संभवतः इसलिए एक भी केस नहीं मिला।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 5 अप्रैल को जब 3 मरीज मिले थे तब 7671 लोगों की जांच की गई थी। पाजिटिविटी रेट 0.04 फीसदी था। जांच की यह संख्या कुछ कम है। जांच रोजाना लगभग 5 हजार के औसत से होगी और कुछ दिन तक शून्य मरीजों की स्थिति रहेगी, तब कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रण में आ गया है। छत्तीसगढ़ में कोरोना का पहला मरीज 19 मार्च 2020 को रायपुर में मिला था।
महामारी नियंत्रण के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा के अनुसार टेस्ट रोज 5 हजार हों और केस शून्य रहें, तभी छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रित मानेंगे। एक हफ्ते से प्रदेश में 10 या उससे भी कम मरीज मिल रहे हैं। शून्य केस की स्थिति अच्छी है, पर यह स्थायी तब होगी जब लगातार ऐसा रहे। उस दौरान टेस्ट भी रोज लगभग 5 हजार होते रहें। ऐसा रहा, तब कह सकते हैं कि कोरोना पूरी तरह नियंत्रित हो गया।