सूरज मानिकपुरी
कवर्धा. प्रेसिडेंट इन काउंसलि पूर्व सदस्य और पालिका पार्षदों ने नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका अधिकारी सुनील अग्रहरि, अध्यक्ष देवकुमारी चंद्रवंशी और सहयोगी लिपिक राजकुमार पाली पर धोखाधड़ी और गलत तरीके से राशि का आहरण करने का आरोप लगाया है.
प्रेसिडेन्ट इन कॉउंसिल पूर्व सदस्य तिलक झारिया, पवन जायसवाल, विजय पाली और श्रीमती खिलेवश्वरी ने आरोप लगाते हुए बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुनील अग्रहरि ने 09 / 03 / 2018 को प्रेसिडेन्ट कॉउंसिल की बैठक हेतु 92 एजेंडा सूचना में जारी की थी. यह बैठक 12 / 03 / 2018 को बारह बजे बैठक हुई जिसमें सभी सदस्य उपस्थित थे. और उन्होंने 92 एजेंडे प्रस्ताव में रखे और सुनील अग्रहरि के अधीनस्त राजकुमार पाली से मिनिट बुक में सभी प्रस्तावों को लिख लिया.
उसके बाद सभी एजेंडे समाप्त होने के बाद सभी सदस्य गण और अध्यक्ष की उपस्थिति के साथ बैठक समाप्त कर दिया गया था. मगर उसके बाद सुनील अग्रहरि और देवकुमारी चंद्रवंशी द्वारा लिपिक पाली से बोलकर मिनिट बुक में बिना जानकारी और सभी की सहमति अथवा बिना प्रस्ताव के बाबजूद 92 एजेंडों के आलावा 93 से 98 तक का एजेंडे जोड़वाये गए जिसमे व्यवसायिक के डस्टबिन के स्थापना , निकाय में उप अभियंता के रिक्त पद सविंदा भर्ती , निकाय अंतर्गत महिला के लिए खुला जिम एवं पुरूषों के लिए भी जिम, प्लेसमेंट कर्मचारियों के नियमितीकरण एवं वार्ड न 16 में बोर खनन का विषय शामिल नहीं किया गया था और उक्त विषय के सम्बन्ध में कोई जानकारी या विचार विमर्श नहीं किया गया.
जिसके बाबजूद भी मुख्यनगर पालिका अधिकारी और अध्यक्ष ने आपसी सहमति और मिलीभगत से अतिरिक्त प्रस्तावों को बनाकर, बिना किसी से विचार-विमर्श किए फर्जी प्रस्ताव बना लिए और उसके बाद प्रस्ताव क्रमांक 93 के विरुद्ध दस लाख रूपये शासकीय राशि का आहरण लिया गया है.
इस बात की शिकायत सभी सदस्यों ने कबीरधाम कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से लिखित में की है साथ ही सुनील अग्रहरि, देवकुमारी चंद्रवंशी व साथी के खिलाफ फर्जी प्रस्ताव और कूटरचना गबन जैसे मामलो को लेकर कार्यवाही की मांग की है.