Home देश एनआरसी के रिपोर्ट का विरोध कर रहे टीएमसी के सांसद-विधायक गिरफ्तार

एनआरसी के रिपोर्ट का विरोध कर रहे टीएमसी के सांसद-विधायक गिरफ्तार

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एनआरसी

एनआरसी मुद्दे पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एनआरसी रिपोर्ट के विरोध में आज तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसद और 2 विधायक असम पहुंचे हैं। इन सभी को राज्य के सिलचर हवाई अड्डे से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी ड्राफ्ट के खिलाफ अब खुलकर सरकार के सामने आ गई हैं।

बता दें कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने के बाद वहां रहने वाले अवैध बंगालादेशी नागरिकों पर कार्रवाई की बात कर रही है। जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इसके बाद पार्टी ने अपना एक डेलीगेशन असम भेजने का फैसला किया। पार्टी का कहना था कि डेलीगेशन वहां जाकर एनआरसी मसैदे के जारी होने के बाद की स्थिति की आंकलन करेगा। इसमें पार्टी सांसद सुखेंद्र शेखर रे, काकोली घोष दस्तीदार, रत्ना डे नाग, नदमुल्ल हक, अर्पिता घोष, ममता ठाकुर, विधायक महुआ मोइत्रा और पश्चिम बंगाल के मंत्री परीद हाकिम शामिल हैं।

बता दें कि असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के अंतिम मसौदे में 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं।

टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ने बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस कार्रवाई ने भारतीएनआरसी मुद्दे पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एनआरसी रिपोर्ट के विरोध में आज तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसद और 2 विधायक असम पहुंचे हैं। इन सभी को राज्य के सिलचर हवाई अड्डे से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी ड्राफ्ट के खिलाफ अब खुलकर सरकार के सामने आ गई हैं।

बता दें कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने के बाद वहां रहने वाले अवैध बंगालादेशी नागरिकों पर कार्रवाई की बात कर रही है। जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इसके बाद पार्टी ने अपना एक डेलीगेशन असम भेजने का फैसला किया। पार्टी का कहना था कि डेलीगेशन वहां जाकर एनआरसी मसैदे के जारी होने के बाद की स्थिति की आंकलन करेगा। इसमें पार्टी सांसद सुखेंद्र शेखर रे, काकोली घोष दस्तीदार, रत्ना डे नाग, नदमुल्ल हक, अर्पिता घोष, ममता ठाकुर, विधायक महुआ मोइत्रा और पश्चिम बंगाल के मंत्री परीद हाकिम शामिल हैं।

बता दें कि असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के अंतिम मसौदे में 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं। टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ने बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस कार्रवाई ने भारतीय नागरिकों को अपने ही देश में गुसपैठिया बना दिया गया है। य नागरिकों को अपने ही देश में गुसपैठिया बना दिया गया है।