भोपाल। एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व सीएम व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ बोलने से अगर मेरे खिलाफ एक नहीं एक लाख भी एफआईआर दर्ज हो जाए तो मुझे अफसोस नहीं है। जो मेरा ट्वीट था उसमें भी मैंने प्रश्न ही पूछा था, वो तस्वीर खरगोन की नहीं थी इसलिए मैंने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया। भाजपा मेरे खिलाफ नहीं पूरे देश के खिलाफ एजेंडा चला रही है। वहीं, मप्र के कई शहरों में अलर्ट जारी किया है।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाने वाले ट्वीट पर दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के साफ्ट हिंदुत्व की पोल खोल दी है। इसलिए कमलनाथ के पूजा-पाठ वाले बयानों का सच क्या है, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय सिंह पर जिस तरह उनकी ही पार्टी के विधायक ने सवाल उठाएं हैं, उस पर यही कहा जा सकता है कि उनकी वफा का चर्चा ही ऐसा कि खुद अपनी वफा से शर्मा रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि खरगोन से पलायन की खबरें असत्य और भ्रामक हैं। डर के साए में प्रदेश में न कहीं पलायन हुआ है, न हम कहीं ऐसा होने देंगे।
खरगोन में जिला प्रशासन स्थानीय परिस्थितियों का आंकलन कर कर्फ्यू में ढील पर फैसला करेगा। भोपाल में शहर काजी द्वारा मस्जिदों में सीसीटीवी लगाने की बात पर गृहमंत्री ने कहा कि मस्जिदों पर सीसीटीवी लगाने की भोपाल शहर काजी की पहल अच्छी है। अगर किसी कदम से भ्रम दूर होता है और परस्पर विश्वास बढ़ता है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में कई पर्व आ रहे हैं। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के सभी जिले अलर्ट मोड़ पर हैं।