रायपुर. राज्यपाल बलरामदास टंडन ने एक नई मिसाल पेश करते हुए बढ़ा हुआ वेतन न लेने का फैसला किया है और वह एरियर्स का भी फायदा नहीं लेंगे. इस संबंध में राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ के महालेखाकार को पत्र लिखकर पुराना वेतनमान 1 लाख10 हजार रूपए ही लेने की इच्छा जताई.
आपको बता दें कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मार्च 2018 में जारी राजपत्र के अनुसार राज्यपालों के वेतन में वृद्धि की गई है जो 1.1.2016 से देय होगी. पूर्व में यह वेतन 1 लाख 10 हजार रूपए था, जिसे बढ़ाकर 3 लाख 50 हजार रूपए किया गया है.