रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। वे दो दिन में छह घंटे मंथन किया। साथ ही पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकर चुनावी रणनीति बनाई। वहीं, सोमवार सुबह कांग्रेस विधायकों के साथ चर्चा की। बता दें कि मुख्यमंत्री बघेल को हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस के केंद्रीय संगठन ने वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। तीन दिवसीय दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के दौरे से सीएम भूपेश आज शाम को रायपुर पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री बघेल ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि बूथ मजबूत करें, तभी सरकार बन सकती है। हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस पहली बार चुनाव मैदान में जा रही है। ऐसे में कांग्रेस के लिए चुनाव काफी अहम माना जा रहा है। देश में कांग्रेस की सबसे मजबूत सरकार छत्तीसगढ़ में है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री बघेल को यहां की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री बघेल के साथ राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला और सचिन पायलट भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री बघेल ने स्थानीय मुद्दों को चुनाव अभियान का हिस्सा बनाने का निर्देश दिया। भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार, विधायकों की सक्रियता को लेकर घेरने का फार्मूला निकला गया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस नेता विधानसभा में पदयात्रा करके जनता तक पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की सीख दी गई। युवाओं और महिलाओं की टिकट में भागीदारी बढ़ाने पर भी विचार किया गया।