भारतीय मुक्केबाज सोनिया के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप का मुकाबला 2-3 से हारने के बाद पेत्रोवा स्टैनीमीरा ने जजों पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ (एआईबीए) ने बुल्गारियाई दल के कोच पीटर यासिफोव लेसोव का मान्यता पत्र (एक्रिडिटेशन) रद कर दिया और अब वह रिंग पर नहीं आ सकेंगे. सोनिया की प्रतिद्वंदी नतीजे से खुश नहीं दिखी और उन्होंने रिंग से बाहर आकर कहा, ‘मैं इस फैसले से बिलकुल भी खुशी नहीं हूं. जज धोखा कर रहे हैं, यह नतीजा सही नहीं है.’ पेत्रोवा के कोच ने रैफरी के फैसले पर आपत्ति व्यक्त की थी.
एआईबीए ने इस मुकाबले की समीक्षा के संदर्भ में अधिकारिक बयान में कहा, ‘एआईबीए ने बुल्गारिया दल के कोच पीटर यासिफोव लेसोव के सोनिया और पेत्रोवा स्टैनीमीरा के बीच मुकाबले के बाद अस्वीकार्य बर्ताव के कारण उनका एक्रिडिटेशन रद कर दिया है जिससे वह रिंग में नहीं आ सकेंगे.’
बयान के अनुसार, ‘एआईबीए किसी भी परिस्थिति में इस तरह का बर्ताव सहन नहीं करेगा, विशेषकर एक कोच से जो एआईबीए की आचार संहिता के खिलाफ हो. इस घटना को आगे की समीक्षा के लिए अनुशासनात्मक आयोग के पास भेजा जाएगा.’
सोनिया ने पूर्व विश्व चैंपियन पेत्रोवा स्टैनीमीरा को बंटे हुए फैसले में शिकस्त देकर अंतिम आठ में प्रवेश किया, जहां उसका सामना कोलंबिया की मार्सेला कास्टेनाडा से होगा. हरियाणा की सोनिया ओर पेत्रोवा की मुक्केबाजी की शैली बिल्कुल समान है, लेकिन भारतीय मुक्केबाज पहले से ही रणनीति के साथ रिंग में उतरी थी. वह पहले राउंड में काफी सतर्क थीं और रक्षात्मक होकर खेलीं. दूसरे राउंड में बुल्गारिया की मुक्केबाज ने सटीक पंच से सोनिया से ज्यादा अंक जुटाए.
सोनिया ने कहा, ‘जी हां, दूसरे दौर में वह हावी रही थीं. मैं जवाबी हमले कर रही थी तो वह रक्षात्मक होकर खेल रही थीं. कोच ने मुझे बताया कि आक्रामक ही खेलो तो मैंने तीसरे राउंड में ऐसा ही किया.’
अंतिम राउंड में सोनिया को जज ने पूरे अंक प्रदान किए.