काराकस. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के बाकी देशों में महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. सबसे ज्यादा महंगाई इस वक्त दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला में पसर चुकी है. यहां महंगाई का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि आम आदमी के लिए जीवन बहुत मुश्किल हो गया है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष इस बात को लेकर आशंकित है कि इस साल के अंत तक महंगाई दर 10 लाख प्रतिशत तक पहुंच जाएगी.
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि वेनेजुएला की सरकार धड़ाधड़ नोट छाप रही है ताकि बजट को पूरा किया जा सके. इसके असर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वेनेजुएला में एक यूनिवर्सिटी प्रफेसर को अपना पुराना जूता मरम्मत करवाने के लिए चार महीने की सैलरी के बराबर 20 अरब बोलिवर (करीब 4 लाख रुपये) देने पड़े.
वेनेजुएला की राजधानी काराकास में एक नर्स मेगुआलिदा ओरोनोज का कहना है कि हम सब यहां अरबपति हैं, लेकिन फिर भी हम गरीब हैं, मेरा वेतन 50 लाख महीना है, लेकिन मैं अपने बच्चे के लिए ढंग का एक वक्त का खाना नहीं खरीद सकती. एक दुकानदार ने बताया कि हालात इतने खराब हैं कि वह 500 और 1000 बोलिवर (वेनेजुएला करंसी) लेता ही नहीं है, वह सिर्फ 1 लाख के नोट स्वीकार करता है.