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कुमारी शैलजा होंगी छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी, जानें कैसा रहा उनका राजनीतिक सफर

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कुमारी शैलजा होंगी छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी, जानें कैसा रहा उनका राजनीतिक सफर

रायपुर। कुमारी शैलजा छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नई प्रभारी बना दी गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे ईमानदारी से निभाऊंगी। पार्टी को मजबूत करने का काम करती रहूंगी। कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने पर CM भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बधाई दी है। कुमारी शैलजा का कांग्रेस कार्यकर्ता स्वागत करते हैं। आपके अनुभव और नेतृत्व का लाभ मिलेगा। साथ ही CM भूपेश ने PL पुनिया को भी धन्यवाद दिया है और कहा कि हम सबने आपके नेतृत्व में बहुत कुछ सीखा है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक बार फिर बड़ा फेरबदल हुआ है। नेशनल कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश प्रभारी को बदल दिया है। अब पीएल पुनिया की जगह कुमारी शैलजा को जिम्मेदारी दी गई है। इस संबंध में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर दिया है।

कुमारी शैलजा का जन्म 24 सितंबर 1962 को हिसार जिले के गांव प्रभुवाला में हुआ था। सैलजा की प्राथमिक शिक्षा नई दिल्ली के जीसस सेंट मेरी स्कूल में हुई। वह पंजाब विश्वविद्यालय से एमफिल (दर्शनशास्त्र में परास्नातक) हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनने से की। वह दो बार सिरसा व दो बार अंबाला से सांसद रही हैं। 2014 से वर्ष 2020 तक राज्यसभा सदस्य भी रह चुकी हैं। वह यूपीए की दोनों सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। वे 1978 से 1980 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे थे। उनके पिता भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।

कुमारी शैलजा का राजनीतिक सफर

1990 में महिला कांग्रेस की अध्‍यक्ष बनकर इन्‍होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1991 में वे पहली बार 10वीं लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा सीट से जीतीं और नरसिंहराव सरकार में शिक्षा और संस्‍कृति राज्‍यमंत्री बनीं। जुलाई 1992 से सितंबर 1995 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा और संस्कृति विभाग की केंद्रीय उप मंत्री रहीं। सितंबर 1995 से मई 1996 तक उक्त विभाग की केंद्रीय राज्यमंत्री रहीं। 1996 में 11वीं लोकसभा में दूसरी बार सिरसा सीट से जीत हासिल की तथा कांग्रेस संसदीय दल की कार्यकारी समिति की सदस्य बनीं।