पटना। बिहार में भाजपा और जेडीयू का गठबंधन टूटने के बाद एक बार फिर से महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। आज दोपहर दो बजे राजभवन में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री तो तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार आज आठवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन, उनकी इस सरकार का गणित और सहयोगी सब बदले हुए होंगे। महज 45 विधायकों वाली उनकी पार्टी सत्ता में बनी रहेगी। विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद के साथ कांग्रेस, वाम दल और जीतन राम माझी की पार्टी हम भी इस गठबंधन का हिस्सा होंगे।
वहीं भाजपा आज सभी जिलों में जद (यू) नेता द्वारा विश्वासघात के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध (महाधरना) करेगी। इसके बाद ब्लॉक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि बिहार में नई सरकार में कांग्रेस को चार मंत्री पद मिलने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों से बात की। समझा जाता है कि उन्होंने नई सरकार के गठन में समर्थन देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व को धन्यवाद दिया। सूत्रों ने कहा कि चार मंत्री पदों के अलावा कांग्रेस ने राज्य विधानसभा के अध्यक्ष का पद भी मांगा है, लेकिन नीतीश कुमार इसे देने के इच्छुक नहीं हैं।
भाजपा ने मंगलवार को अपने पुराने सहयोगी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कदम पर नाराजगी जताते हुए उन पर आदतन विश्वासघात करने का आरोप लगाया। राज्य मुख्यालय में कोर कमेटी की बैठक के बाद जारी एक बयान में पार्टी ने घोषणा की कि वह बुधवार यानी आज सभी जिलों में जद (यू) नेता द्वारा विश्वासघात के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध (महाधरना) करेगी, जिसके बाद ब्लॉक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।