ताइपे। चीन और अमेरिका की तनातनी के बीच अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार देर रात को ताइवान पहुंच गईं। चीन ने पेलोसी के ताइवान यात्रा को लेकर गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी। पेलोसी धमकी को नजरअंदाज कर वहां पहुंची हैं। चीन ताइवान पर अपना दावा जता रहा है और पिछले 25 साल में इस स्वतंत्र द्वीप की यात्रा करने वाली पेलोसी अमेरिका की बड़ी नेता हैं।
नैंसी पेलोसी के मंगलवार को ताइपे में उतरने के तुरंत बाद 21 चीनी सैन्य विमानों ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में उड़ान भरी। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। दौरे को लेकर चीन और अमेरिका के बीच जबरदस्त तनाव है। चीन ने उनकी यात्रा को देखते हुए लक्षित सैन्य अभियान चलाने की योजना बना रहा है। चीन ने गंभीर एतराज जताते हुए कहा कि 1.4 अरब चीनी नागरिकों से शत्रुता मोल लेने का अंजाम अच्छा नहीं होगा।
रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा कि 21 पीएलए विमान (आठ पीएलए जे-11, 10 जे-16, केजे-500 एईडब्ल्यू एंड सी, वाई-9 ईडब्ल्यू और वाई-8 ईएलआईएनटी) ने दो अगस्त, 2022 को ताइवान के दक्षिण-पश्चिम वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में प्रवेश किया। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन के सैन्य विमानों के जवाब में ताइवान ने हवाई गश्ती अभियान शुरू किया है। उधर, अमेरिका ने अपनी नीति में किसी भी तरह के बदलाव का संकेत नहीं दिया है।