दिलीप जायसवाल
अम्बिकापुर. बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोटों की देशभर में सफ्लाई करने वाले रैकेट के खुलासे के बाद सरगुजा पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बांग्लादेश में भारतीय दूतावास के सीनियर अफसरों से बात की है ताकि बांग्लादेश में रहकर जाली नोट तैयार करने वाले सरगना तक पहुंचा जा सके।
फेक इंडियन करेंसी की तस्करी में बांग्लादेश के नशीर शेख और सलाम शेख का नाम गिरफ्तार तस्कर राजकुल शेख ने बताया है। इनके द्वारा ही भारत में जाली नोट भेजा जाता है। जाली नोटों की क्वालिटी देखकर लगता है कि इन्हें प्रिंटिंग प्रेस में छापा जा रहा है। हालांकि इनकी छपाई बांग्लादेश में हुई है या पाकिस्तान में इसका खुलासा नहीं हो सका है।
वहीं सबसे पहले सरगुजा पुलिस ने जिस ज्ञानेन्द्र नामक तस्कर को गिरफ्तार किया वह हत्या के मामले में बैंगलोर में जेल में रह चुका है और जेल में ही उसकी पहचान राजकुल शेख से हुई। जहां शेख 17 नग पिस्टल रखने के आरोप में जेल में था। वहां से निकलने के बाद ज्ञानेन्द्र और शेख ने जाली नोट की तस्करी का धंधा शुरू किया।
उधर सरगुजा पुलिस इसे बड़ी सफलता के रूप में देख रही है। एसपी सदानन्द कुमार अब इसके तह तक जाने के लिए काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में बांग्लादेश में भारतीय दूतावास से बात किया जा रहा है और उन्हें मामले की डिटेल दिया जाएगा। वहीं इस कार्यवाही पर आम लोग भी सरगुजा पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।