रायपुर। प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों के छात्रों को एडवांस तरीके से पढ़ाई पर फोकस किया जाएगा। दरअसल, इसके लिए कक्षाओं को भी स्मार्ट रूम में तब्दील किया जा रहा है। वहां टीवी डिवाइस का भी उपयोग किया जाएगा। इस नई तकनीकी से बच्चे को गणित और अंग्रेजी विषय को आसानी से समझ सकेंगे। प्राइमरी स्कूलों में इस नवाचार में तकनीकी मदद के लिए छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) और एक फाउंडेशन के बीच तीन साल का अनुबंध हुआ है।
इस एमओयू का उद्देश्य राज्य के सभी जिलों में गणित और अंग्रेजी में पहली से पांचवीं तक के बच्चों के सीखने के नतीजों को बढ़ाना है। एससीईआरटी की ओर से प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार किए गए सिलेबस के आधार पर ही संपर्क स्मार्ट क्लास का प्रोग्राम तैयार किया गया है। फाउंडेशन की मदद से सरकारी स्कूलों में कक्षाओं को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने के लिए शुरूआत में पांच हजार सरकारी स्कूलों जहां पहले से टीवी है, वहां संपर्क एफएलएन टीवी बांटा जाएगा।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में इस तरह की संपर्क स्मार्ट शाला कार्यक्रम सात राज्यों छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 84 हजार प्राथमिक स्कूलों में संचालित हो रही है। नई तकनीकी से पढ़ाई के लिए 45 हजार से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। यही शिक्षक स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाई कराएंगे।