राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा दिए जाने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इसका कारण यह बताया जा रहा है कि पुरस्कार पाने वाले कुल 140 लोगों में सिर्फ 11 को ही राष्ट्रपति अपने हाथों से सम्मानित कर पाएंगे.
राष्ट्रपति भवन के सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति कोविंद प्रोटोकॉल के अनुसार किसी भी कार्यक्रम को सिर्फ एक घंटे का समय देते हैं. इस दौरान यदि वे सभी पुरस्कृत लोगों को खुद सम्मानित न कर पाए तो शेष पुरस्कार केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी देंगी.
कार्यक्रम में बदलाव किए जाने से नाराज पुरस्कार विजेताओं ने विरोध प्रदर्शन करने का मन बनाया है. हालांकि विजेताओं ने साफ कर दिया है कि विरोध का अर्थ यह नहीं है कि वे पुरस्कार नहीं लेंगे लेकिन वे कार्यक्रम में शरीक नहीं होंगे.
फिल्मी कलाकारों को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की लेकिन इसका बहुत ज्यादा असर नहीं दिखा. गुरुवार के कार्यक्रम में कई विजेताओं के गैरहाजिर रहने की आशंका प्रबल है.
अभी तक राष्ट्रपति सभी राष्ट्रीय पुरस्कार स्वयं देते थे। इस बार भी आमंत्रण पत्र पर यही सूचना है. इसी बात से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाली कुछ लोगों में आक्रोश है.