50 लाख का ईनामी हार्डकोर नक्सली पहाड़ सिंह पुलिस के पंजे में !

@ उमाशंकर शर्मा
राजनांदगांव।
बीते 20 वर्षा से लाल आतंक का पर्याय कहलाये जाने वाले कुमारसाय उर्फ अशोक उर्फ पहाड़ सिंह के पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण की खबरें आ रही है। तीन राज्यों की पुलिस का मोस्टवांटेड इस हार्डकोर नक्सली पर 50 लाख रूपये से अधिक का ईनाम घोषित कर रखा है।
लगभग डेढ सप्ताह से सोशल मीडिया और राजनांदगांव की स्थानीय मीडिया में पहाड़ सिंग के आत्मसर्मपण की खबरें वायरल रही है। पुलिस के आला अधिकारियों के और स्थानीय रसूखदार व्यक्ति के माध्यम से पहाड़ सिंग को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस खुलेतौर पर इस बात से इंकार कर रही है ।
माओवादियों के लिए पहाड़ सिंग नाम की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि वह हमेशा अपने हार्डकोर साथियों के सुरक्षा घेरे में मूव करता था। नक्सलियों के प्रमुख लीडर विजय रेड्डी और अन्य साथियों में उनका मुख्य रणनीतिकार के रूप में शुमार किया जाता है । पहाड़ सिंग गेंदाटोला थाना क्षेत्र के ग्राम फाफामार का रहने वाला है ।
हर छोटे-बड़े नक्सली घटनाओं को अंजाम तक पहुचाने में पहाड़ सिंग का योगदान था। महाराष्ट्र की गढचिरौली डिविजन, राजनांदगांव की मानपुर डिविजन और मध्यप्रदेश के बालाघाट का उसका जोरदार प्रभाव रहा है। राजनांदगांव के मदनवाड़ा-कोरकुट्टी मुठभेड़ में तत्कालिन पु।लिस अधीक्षक वी के चौबे सहित 29 जवानों की हत्या सहित दर्जनां मामले में उसकी भागीदारी रही है।