कर्नाटक। विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हमने कर्नाटक में घूमकर जनता से पूछा और उनकी आवाज को घोषणापत्र में शामिल किया है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने हमारे घोषणा पत्र की नकल की है।
राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वह कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान काफी घूमे और वो कांग्रेस की जीत के लिए पूरी तरह आश्वस्त हैं। राहुल ने कहा कि कर्नाटक की जनता से उन्होंने काफी कुछ सीखा है। राहुल ने कहा कि हम विभिन्न मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
Mr Modi has got anger inside of him. He is angry with everybody, not only me. I am a lightning rod for anger, I attract anger. But that is his problem. It is not my problem: Congress President Rahul Gandhi in Bengaluru #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/P5ae9skvZh
— ANI (@ANI) May 10, 2018
जब पीएम मोदी की राफेल डील के बारे में राहुल गांधी से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, ‘राफेल डील अच्छी है, यह मैं भी मानता हूं, लेकिन यह डील सिर्फ मोदी के मित्रों के लिए अच्छी हुई है।
मेरी मां ने देश के लिए बहुत सहा
अपनी मां सोनिया गांधी को इटैलियन मां कहे जाने के मुद्दे पर पीएम मोदी के हमले का राहुल गांधी ने करारा जवाब देते हुए कहा कि मेरी मां इटली से हैं, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी का काफी हिस्सा भारत में बिताया है। वो कई भारतीयों से ज्यादा भारतीय हैं। अगर पीएम मोदी को उन्हें कोसना पसंद है, तो अपनी खुशी के लिए वह ऐसा कर सकते हैं। मेरी मां ने देश के लिए कुर्बानी दी, उन्होंने बहुत सहा है। क्या निजी हमले करना सही है? वहीं पीएम के चीन दौरे पर राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें बहुत उम्मीद थी कि पीएम डोकलाम पर कुछ बोलेंगे लेकिन पीएम ने दोकलम पर एक शब्द भी नहीं कहा। चीन के राष्ट्रपति से पीएम ने बिना किसी एजेंडे के बात की।
My mother is Italian, she also lived larger part of her life in India. She is more Indian than many Indians I see. My mother sacrificed for this country, she has suffered for it. It shows the quality of the PM when he makes these types of comments: Rahul Gandhi on PM's remarks pic.twitter.com/4QenZKBDaK
— ANI (@ANI) May 10, 2018
बीजेपी को नहीं पता हिंदू होने का मतलब
राहुल गांधी ने बीजेपी की ‘हिंदू राजनीति’ को लेकर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मेरे मंदिर जाने से बीजेपी को दिक्कत होती है, इसलिए वह इसे मुद्दा बनाते हैं। राहुल ने कहा कि वह पिछले 15 सालों से मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और अन्य धार्मिक केंद्रों का दौरा करते रहे हैं। ‘बीजेपी को यह पसंद नहीं। मुझे नहीं लगता कि उन्हें हिंदू होने का मतलब पता है। यह एक नजरिया है। यह कुछ वैसा है, जो आपके साथ हमेशा बना रहता है।’गौरतलब है कि राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव की तरह ही कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान मंदिरों और मठों का जमकर भ्रमण किया है।
Throughout last 15 years, I've been visiting temples, mosques, gurudwaras, every religious institution I come across. BJP doesn't like this. I don't think they understand meaning of the term Hindu. It's a perspective. It's something which lives with you throughout: Rahul Gandhi pic.twitter.com/lz1b12m9pZ
— ANI (@ANI) May 10, 2018
दलितों की मौत पर क्यों चुप हैं मोदी?
पीएम के दलित वाले बयान पर राहुल ने कहा कि दलितों को मारा-पीटा जा रहा है। रोहित वेमुला को मारा जाता है, ऊना में दलितो को मारा जाता है, उत्तर प्रदेश में दलितों को मारा जाता है, मगर पीएम कुछ नहीं बोलते। राहुल ने कहा कि दलितों की आवाज उठाना हमारा काम है और हम आगे भी दलितों और गरीबों का मुद्दा उठाते रहेंगे। दलितों की मौत पर पीएम मोदी चुप क्यों हैं? उन्होंने रेड्डी ब्रदर्स पर भी हमला बोला और कहा कि उन्होंने यहां की जनता के पैसे को लूटा है और इन लोगों को बीजेपी प्रोटेक्ट कर रही है।
We had said that Dalits are being beaten up & oppressed when Rohith Vemula is killed Modi Ji doesn't say a word. When Dalits are killed & humiliated in other parts of India, Modi Ji doesn't say anything. Congress will defend the rights of Dalits & raise this issue: Rahul Gandhi pic.twitter.com/iWaHmcmXfL
— ANI (@ANI) May 10, 2018
विदेश नीति पर साधा मोदी सरकार पर निशाना
उन्होंने मोदी सरकार की विदेश नीति पर भी निशाना साधा। राहुल ने कहा कि आज कोई भी पड़ोसी देश हमारे साथ नहीं खड़ा है। पाकिस्तान और चीन से भी रिश्ते और बत्तर हो गए हैं। नेपाल भी भारत से खुश नहीं है। मोदी सरकार ने विदेश नीति से माहौल खराब ही किया है। डोकलाम प्रकरण और कश्मीर में अशांति इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। साफ है कि मौजूदा सरकार की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है। हिंदुत्व के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे का सिर्फ चुनावी फायदा उठाती है। देश को बांटकर वह सियासत कर रही है। विकास के मुद्दे भाजपा के लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि संघ प्रदेश की विविधता और संस्कृति पर हमला करने वाला संगठन है। लोग इस बात को अब समझ रहे हैं। इस चुनाव में भाजपा को संघ के प्रचार से कोई फायदा नहीं होगा।
राहुल गांधी की मुख्य बातें
-कांग्रेस ने रचनात्मक और सकारात्मक अभियान चलाया है। हालांकि, विपक्ष ने कर्नाटक के विकास के लिए अपनी योजनाओं के बारे में कोई बात नहीं की।
-रफेल की डील बीजेपी नेताओं और उनके मित्रों के लिये बेहतर डील थी। मोदी जी लोगों को गुमराह करना चाहते हैं। ये कर्नाटक का चुनाव है, नरेन्द्र मोदी जी या राहुल गांधी का नहीं है।
-हम तो दलितों के मुद्दे उठायेंगे वो हमारा काम है। हमारा ये सवाल है कि प्रधानमंत्री दलितों के मुद्दे क्यों नहीं उठाते हैं?।
-महिलाओं के खिलाफ अत्याचार निश्चित तौर पर राजनीतिक मुद्दा है। क्या देश की महिलाओं से बलात्कार होता रहे और वो चाहते हैं कि राजनीतिक दल इस पर चुप रहें?।
-जब मैं मंदिर जाता हूं तो बीजेपी को अच्छा नहीं लगता।
-प्रधानमंत्री तब चीन गए जब चीनी डोकलाम में घुस चुके थे और उन्होंने चीन के राष्ट्रपति से एक शब्द भी नहीं कहा।
-देश में आज सबसे बड़ी चुनौती हमारे युवाओं को रोज़गार देने की है।
-मोदी जी के भीतर काफी गुस्सा है और वो सिर्फ मेरे लिए नहीं है सभी के लिए है।