रायपुर। रायपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। इससे नदी-नाले उफान पर हैं। शहरों-गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई फीट तक पानी बह रहा है। गरियाबंद को रायपुर से जोड़ने वाले राजमार्ग को बंद कर दिया गया हैं। वहीं जतमई-घटारानी में सभी तरफ पानी ही पानी है। धमतरी के बाद रायपुर-जगदलपुर हाईवे को बंद कर दिया गया है। जगदलपुर जाने के लिए रूट डायवर्ट कर वाहन निकाले जा रहे हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बरसात और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। साथ ही रेड अलर्ट जारी किया है।
राजिम में त्रिवेणी संगम के बीच बना प्रसिद्ध कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर पानी से घिर गया है। उसका चबूतरा करीब-करीब डूब चुका है। इसकी वजह से श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना बंद हो गया है। वहीं कोरबा जिले में सुबह से ही बारिश हो रही है। 24 घंटे में 20 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक करतला तहसील में 80 मिलीमीटर बारिश हुई है। जिसकी वजह से नदी नाले उफान पर है। घिनारा के पास नाला पुल के ऊपर पानी बह रहा है। यही हाल सिवनी से सुखरीकला मार्ग पर जमड़ी नाला पुल से 2 फीट ऊपर पानी बह रहा है।
रायपुर में ही बरस गया 504 मिमी पानी
सोमवार से आज सुबह के 24 घंटे में रायपुर में भी बरसात का रिकॉर्ड टूटा है। जिले में 504.4 मिमी बरसात दर्ज हुई है। इसमें गोबरा नवापारा तहसील में सबसे अधिक 130.3 डड पानी बरसा है। जिले की तहसीलों में रायपुर में 92.3, आरंग में 82, अभनपुर में 80, खरोरा में 61.5 और तिल्दा में सबसे कम 58.3 डड पानी गिरा है। इसकी वजह से अब तक की वर्षा का कोटा लगभग पूरा हो गया है। बताया जा रहा है, पिछले 10 वर्षों में जिले में इतना पानी कभी नहीं बरसा।