जम्मू कश्मीर के चर्चित अखबार के संपादक शुजात बुखारी को गुरुवार देर रात आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमले में उनका पीएसओ भी घायल हो गया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में देर शाम आतंकियों ने कश्मीर के चर्चित पत्रकार शुजात बुखारी को निशाना बनाकर हमला किया। आतंकियों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें बुखारी के साथ उनका पीएसओ भी घायल हो गया। घटना के बाद दोनों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने इलाके को घेरकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी, हालांकि आतंकियों का कोई पता नहीं चल सका है।
वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की मौत की खबर मिलने के बाद हर कोई चौकन्ना हो गया। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घटना पर दुख जताते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने ईद से पहले हुई इस घटना को आंतक का भद्दा चेहरा बताया।
बता दें कि महबूबा ने रमजान के दौरान केंद्र सरकार से सीजफायर की अपील की थी, जिसे केंद्र ने सहज स्वीकार करते हुए कहा कि भारत अपनी ओर से सीजफायर उल्लंघन नहीं करेगा। हालांकि साथ ही बताया कि अगर सीमा पार से गोलीबारी हुई तो उसका जवाब भी दिया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर शुजात बुखारी किया। उन्होंने लिखा,” यह कश्मीर की आवाज को बंद करने का प्रयास है। वह एक साहसी, निडर पत्रकार थे। उनकी मौत की खबर सुनकर आश्चर्य और पीड़ा हुई। दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने शुजात बुखारी की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त की और केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की।
पुर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर लिखा कि सुनकर चौकन्ना हूं। अल्लाह उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे।