एनडीए में जदयू के ‘बड़े भाई की भूमिका के मुद्दे पर सोमवार को भी बिहार का सियासी तापमान चढ़ा रहा। एनडीए के घटक दल भाजपा के वरिष्ठ नेता उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा-जदयू की 17 साल की आजमाई हुई स्वाभाविक दोस्ती है। दल मिल गए हैं तो दिल मिलने में भी परेशानी नहीं है। कहा कि बिहार में एनडीए का चेहरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं। वहीं, दूसरे घटक दल जदयू के प्रमुख नेता भी पार्टी के बड़े भाई के बयान पर कायम रहे। वरिष्ठ नेता और ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में जदयू जबकि दिल्ली में भाजपा बड़ा भाई है। चुनाव में सीटों का बंटवारा भी इसी आधार पर होना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार में पीएम-सीएम दोनों के चेहरे पर जन समर्थन मांगेगी। सीटों के तालमेल में भी कोई मुश्किल नहीं होगी। भाजपा से अधिक जदयू के विधायक हैं। ऐसे में बिहार में जदयू का बड़ा भाई होना स्वाभाविक है। केंद्र व राज्य सरकार के काम के बल पर ही एनडीए लोकसभा चुनाव में जाएगा। पीएम मोदी ने दिल्ली में मीडिया को दिए बयान और अलग-अलग ट्वीट में कहा कि लालू प्रसाद ने भले ही जहर का घूंट पीकर 2015 में नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता माना हो, लेकिन भाजपा-जदयू के सामने ऐसी कोई मजबूरी नहीं है।
रविवार को नीतीश कुमार ने पार्टी के चुनिंदा वरीय नेताओं के साथ विशेष मंत्रणा की थी। इस बैठक के बाद जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी और राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में जदयू बिहार में बड़े भाई की भूमिका में रहेगा। यह भी उल्लेखनीय है कि जहां रविवार को बिहार में जदयू के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई, वहीं, दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से एनडीए के घटक दल लोजपा के अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मुलाकात की थी।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि आज तो इफ्तार है, सबका चेहरा अच्छा है। राजनीतिक सवालों से बचते हुए उन्होंने यह बात कही। अगले चुनाव में बिहार में एनडीए का चेहरा कौन होगा, यह सवाल उनसे पत्रकारों द्वारा किया गया था। इस पर उन्होंने कहा कि आज के दिन कोई अन्य सवाल को मैं ग्रहण ही नहीं करूंगा। मौका था मुख्यमंत्री आवास में दावत-ए-इफ्तार का।