जितेन्द्र पाठक
लोरमी. लोरमी नगरपंचायत में अधिकारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. नगरपंचायत के वार्ड नम्बर 14 में तालाब गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए 37 लाख रूपये का टेंडर जारी किया गया था. स्थानीय ठेकेदार को कार्य मिलने के बाद उसने कार्य भी शुरू कर दिया लेकिन गुणवत्ताविहीन कार्य करने के बाद लोगों ने इसकी शिकायत भी दर्ज करायी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ठेकेदार ने 29 लाख रूपए की राशि की आहरित कर ली है पर प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि ठेकेदार ने कार्य सही ढंग से नहीं किया है. सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि तालाब के कार्य से संबंधित यह फाइल नगरपंचायत से गायब भी हो गयी है. जिसकी शिकायत वार्ड के पार्षद सहित वार्डवासियों ने भी की पर अधिकारियों ने जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति ही की.
शिकायत के बाद सीएमओ ने जाँच कमेटी गठित की थी पर 25 दिनों बाद भी टीम ने अपनी तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की. इस संबंध में क्लर्क को भी दो बार नोटिस दिया जा चुका है. आपको बता दें कि वहीं वार्ड पार्षद ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में भी की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई.
जब सीजीआज डॉट कॉम की टीम ने नगरपंचायत अध्यक्ष से इस विषय में बात की तो उन्होंने बताया कि जाँच टीम गठित की गयी है जाँच में अगर ठेकेदार दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी. वहीं सीएमओ यमन देवांगन का कहना है कि जाँच रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी.