नई दिल्ली : बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने शनिवार को एसपी-बीएसपी गठबंधन को एक मजबूत चुनावी गठजोड़ बताया और कहा कि सत्ताधारी एनडीए को भी विपक्ष को चुनौती देने के लिए स्वयं को सुदृढ़ बनाना होगा.
एलजेपी नेता चिराग पासवान ने कभी धुर प्रतिद्वंद्वी रहे दलों के गठबंधन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह गठजोड़ उनके बीच हुआ है जिन्होंने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति एकत्रित की. उनका परोक्ष इशारा बीएसपी सुप्रीमो मायावती और एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की ओर था.
पासवान ने कहा कि दोनों दलों ने उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन किया जहां के लोगों को बेरोजगारी और अपराध के चलते दूसरे जगह जाने को मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा कि एक चुनावी रणनीति के तौर पर एसपी-बीएसपी का गठबंधन मजबूत है. बीजेपी नीत एनडीए को भी उसे चुनौती देने को स्वयं को सुदृढ़ बनाना होगा ताकि उत्तर प्रदेश के लोग एसपी-बीएसपी गठबंधन को एक मुंहतोड़ जवाब दे सकें.
1993 में एक साथ चुनाव लड़ने के 25 साल बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने शनिवार को एकबार फिर से आगामी लोकसभा चुनाव साथ में लड़ने का ऐलान किया. एसपी मुखिया अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो ने लखनऊ में सांझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस बात का ऐलान किया. एसपी और बीएसपी आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश की 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोड़ी गई हैं जबकि अमेठी और रायबरेली की दो सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ना तय किया गया है. हालांकि कांग्रेस इस गठबंधन में शामिल नहीं है.
इस गठबंधन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि एसपी और बीएसपी जो करना चाहते हैं, उन्हें वो करने का अधिकार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यूएई के दौरे पर है. दुबई में उन्होंने कहा ‘कांग्रेस पार्टी के पास उत्तर प्रदेश के लोगों को देने के लिए बहुत कुछ है. बीएसपी और एसपी के नेताओं के प्रति मेरे मन में अगाध श्रद्धा है, वे जो करना चाहते हैं उन्हें करने का अधिकार है.’