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हैदराबाद में पैदा हुई एशिया की सबसे छोटी बच्ची, वजन देख डाक्टर भी हुए हैरान, जन्‍म के समय वजन था 375 ग्राम, लंबाई 20 सेमी

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नई दिल्ली। हैदराबाद में एशिया की सबसे छोटी बच्ची ने जन्म लिया है जिसका वजन केवल 375 ग्राम है। इसका जन्म 25वें सप्ताह में हो गया, यानी समय से 4 महीने पहले। इस बच्ची को देख डॉक्टर भी हैरान रह गए कि इतने कम वजन की बच्ची सुरक्षित कैसे बच गई। इस बच्ची की लंबाई में 20 सेंटीमीटर की है जो कि एक हाथ में समा जाती है। फिलहाल मां और बेटी दोनों ही स्वस्थ हैं।

हैदराबाद के रेनबो अस्पताल के डॉक्टर रमेश कंचारला ने बताया कि इस बच्ची का जन्म तय समय से 4 महीने पहले फरवरी में ही हो गया है। डिलीवरी के वक्त डॉक्टर इस बच्ची को देखकर हैरान रह गए थे जिसके बाद उसकी हालत में सुधार देखकर उन्हें राहत मिली। डॉक्टरों का दावा है कि हैदराबाद में ही नहीं यह पूर्व एशिया की सबसे छोटी बच्ची है। इतनी छोटी कि वह किसी इंसान की हथेली में समा जाए। इस बच्ची का नाम चेरी रखा गया है।

 

अस्‍पताल ने माता-पिता के साथ एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के जरिए बच्‍ची के जन्‍म का ऐलान किया क्‍योंकि इस तरह के बच्‍चों के जीवित रहने की संभावना न के बराबर होती है। अमूमन बच्चे गर्भ में आने के बाद 36वें से 40वें हफ्ते में पैदा होते हैं। इससे पहले पैदा होने वाले बच्चों को प्री-मेच्योर बेबी कहा जाता है। ऐसे बच्चों के अंग पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं। उनके जीवित रहने की संभावना 0.5 फीसदी यानी कि न के बराबर होती है। अब चेरी का वजन 2.5 किलोग्राम हो गया है।

रैनबो हॉस्पिटल की सीनियर नियोनैटोलॉजिस्ट डॉ. नीताशा ने बताया कि बच्ची 27 फरवरी 2018 को 375 ग्राम के भार के साथ जन्मी और उस समय वो 20 सेंटीमीटर लंबी थी। इससे पहले बच्चे की मां नितिका गर्भावस्था के 24वें सप्ताह में थीं, तब अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट से पता चला कि गर्भ में बच्चे के आस-पास बहुत कम अम्नीओटिक तरल पदार्थ था। मां से बच्चे तक रक्त प्रवाह नहीं हो रहा था। बच्चे के गर्भ में रहने से उसकी मौत हो सकती थी। इसलिए हमने डिलीवरी का सुझाव दिया।

डॉ. नीताशा ने कहा कि उन्होंने माता-पिता को ऑपरेशन के खतरे और बच्चे को होने वाले जोखिम के बारे में बताया था लेकिन माता-पिता और बच्चा वास्तव में मजबूत थे। प्रसव के 105 दिनों बाद तक बच्ची वेंटिलेटर पर थी, हमने उसे विकसित करने के लिए हर उपाए किए। कुल मिलाकर बच्चे ने छुट्टी से पहले अस्पताल में 128 दिन बिताए। अब बच्ची का वजन 2.45 किलोग्राम है और उसकी लंबाई 45 सेंटीमीटर है।