रायपुर। नक्सलवाद, कानून व्यवस्था, नदी जल विवाद जैसे मुद्दों को लेकर आज चर्चा की जाएगी। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक सोमवार को भोपाल में आयोजित की गई है। इसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगेे। माना जा रहा है कि इस बैठक में नक्सलवाद को लेकर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच समन्वय को लेकर फार्मूला तय हो सकता है।
जानकारी के अनुसार यह बैठक रायपुर में छह अगस्त को होने वाली थी। लेकिन इस बार बैठक भोपाल में की जा रही है। इससे पहले, 2020 में रायपुर में यह बैठक हो चुकी है। भोपाल में होने वाली बैठक में क्षेत्रीय परिषद से जुड़े राज्यों के आर्थिक विकास, सुरक्षा और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। खासतौर पर राज्यों में बढ़ रहे सायबर अपराध और नक्सलवाद सहित कई अन्य मुद्दों पर समन्वय की रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की नक्सली समस्या पर दोनों प्रभावित राज्यों द्वारा एक रिपोर्ट पेश की जाएगी। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलवाद का काफी असर है। मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाके इसी से कॉरीडोर के रूप में कनेक्टेड हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों की नक्सल गतिविधियां दरअसल छत्तीसगढ़ में सक्रिय माओवादी संगठनों के एक्सपांशन की तरह ही हैं।