नई दिल्ली। मुज़फ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस के एक यात्री द्वारा किए गए ट्वीट के बाद जीआरपी और आरपीएफ ने 10-14 वर्ष की 26 लड़कियों को बचाया है।
दरअसल, 5 जुलाई को मुज़फ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस एक यात्री ने ट्वीट किया था कि वह अवध एक्पसप्रेस के कोच नंबर एस 5 में यात्रा कर रहा है और यहां करीब 25 लड़कियां रोती व परेशान नज़र आ रही हैं।
इस ट्वीट के बाद रेलवे तुरंत हरकत में आ गया। ट्विटर के माध्यम से सूचना मिलने के आधे घंटे के भीतर मामले की तहकीकात शुरू हो गई। जीआरपी ने चाइल्ड लाइन तथा मानव तस्करी रोधी यूनिट (पुलिस) के साथ मिलकर जांच को आगे बढ़ाया। टीम को शक था कि ये मामला बाल तस्करी का हो सकता है। सादी वर्दी में आरपीएफ के दो जवानों को ट्रेन में भेजा गया।
जीआरपी की एसपी ने बताया, ‘जीआरपी और आरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बाल तस्करी के शक में 26 नाबालिग लड़कियों का बचाया है। बिहार पश्चिम चम्पारण के कोकिलाडीह, लाक्रिया निवासी सफदर और सहमौली पकड़ी निवासी शेख आशा को हिरासत में ले लिया गया। ये लोग चंपारण (बिहार) से आगरा के ईदगाह जा रहे थे। जांच जारी है। टीमों को बिहार और आगरा भेजा गया है।’ रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक, जब जांच टीम ने लड़कियों से सवाल किया गया तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं।
आरपीएफ ने बताया कि उनके माता – पिता को इस बारे में जानकारी दे दी गई है।