रायपुर। छत्तीसगढ़ रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। वंदे भारत ट्रेन बुधवार देर रात बिलासपुर पहुंच गई। यह ट्रेन कोचिंग डिपो में परीक्षण के बाद गुरुवार को नागपुर रवाना होगी। बिलासपुर से नागपुर के बीच चलने वाली यह ट्रेन 130 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ेगी। वंदे भारत को बिलासपुर तक इतनी ही रफ्तार से चलाने के लिए ही बुधवार को ही सेफ्टी कमिश्नर ने अनुमति दी है। पहले केवल इस गति से ट्रेन चलाने के लिए नागपुर से दुर्ग तक हरी झंडी थी।
वंदेभारत एक्सप्रेस का किराया एक्सप्रेस और सुपर फास्ट ट्रेनों से 40 फीसदी तक ज्यादा रहेगा। अभी स्लीपर में सफर करने वाले यात्री को स्लीपर श्रेणी में रायपुर से नागपुर जाने के लिए ढाई सौ तक किराया देना पड़ता है। वंदे भारत एक्सप्रेस में 900 तक देना होगा।
रेलवे बोर्ड से इसकी स्वीकृति कुछ दिन पहले ही दी गई है। इसके बाद रैक लेने के लिए जोन से टीम भेजी गई। इतना ही नहीं हरी झंडी मिलते ही जोन व मंडल के रेल अफसरों ने कोचिंग डिपो में पहुंचकर ओएचई का काम प्रारंभ कर दिया। दरअसल इस ट्रेन का मेंटेनेंस बिलासपुर के कोचिंग डिपो में ही होना है। इसके लिए वाशिंग लाइन नंबर एक को तैयार किया गया है। वंदे भारत ट्रेन की रैक लेने चेन्न्ई गई टीम बुधवार की शाम को वहां से रवाना हुई और विजयवाड़ा-गोंदिया होते हुए रायपुर और उसके बाद रात 12.31 बजे बिलासुपर रेलवे स्टेशन पहुंची।
हफ्ते में एक दिन छोड़कर रोज चलेगी वंदे भारत
वंदे भारत एक्सप्रेस शनिवार को छोड़कर रोज चलेगी। बिलासपुर-नागपुर के बीच 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस 11 दिसंबर से चलेगी। हाई स्पीड ट्रेन केवल चार घंटे में रायपुर से नागपुर पहुंचेगी। दरअसल, अभी दुर्ग से नागपुर के बीच ज्यादातर ट्रेनें सौ से ज्यादा स्पीड से दौड़ रही हैं, जबकि रायपुर मंडल के अंतर्गत दुर्ग से भाटापारा के बीच ट्रेनों की स्पीड 65 से 80 ही रहती है। इसी वजह से सीआरएस की टीम ने 130 किमी की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति नहीं दी थी।